Viksit Krishi Sankalp Abhiyan
राजस्थान की धरती एक बार फिर कृषि क्रांति की ओर अग्रसर है। Viksit Krishi Sankalp Abhiyan के माध्यम से केंद्र सरकार ने किसानों को सशक्त बनाने और कृषि क्षेत्र में नवाचारों को गांव-गांव तक पहुंचाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। यह विशेष अभियान 29 मई से 12 जून 2025 तक राज्य की विभिन्न ग्राम पंचायतों में चलाया जाएगा। इस दौरान किसानों को वैज्ञानिक पद्धतियों से खेती करने की जानकारी दी जाएगी, जिससे वे बेहतर उत्पादन कर सकें और अपनी आमदनी बढ़ा सकें।
क्या है Viksit Krishi Sankalp Abhiyan?
Viksit Krishi Sankalp Abhiyan भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा शुरू किया गया एक विशेष जागरूकता अभियान है, जिसका उद्देश्य खरीफ फसलों की वैज्ञानिक खेती, मृदा परीक्षण, उन्नत बीजों का उपयोग, आधुनिक कृषि यंत्रों की जानकारी और पशुपालन से संबंधित तकनीकी ज्ञान को गांवों में पहुंचाना है।
इस अभियान को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) के निर्देशानुसार देशभर में क्रियान्वित किया जा रहा है, जिसमें राजस्थान एक प्रमुख भागीदार है। इस अभियान के तहत ‘बीज रथ’ को रवाना कर ग्राम पंचायतों में कृषि शिविर लगाए जाएंगे।
शुरुआत होगी किशनगढ़ के रलावता गांव से
अभियान की शुरुआत 29 मई को किशनगढ़ के रलावता गांव से की जाएगी, जहां केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री श्री भागीरथ चौधरी बीज रथ को हरी झंडी दिखाकर इस ऐतिहासिक पहल का शुभारंभ करेंगे। बीज रथ में किसानों को उन्नत बीज, मृदा परीक्षण किट और कृषि तकनीकी जानकारी दी जाएगी।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री के साथ क्षेत्रीय विधायक, पंचायत प्रतिनिधि, कृषि वैज्ञानिक और सैकड़ों की संख्या में किसान उपस्थित रहेंगे।
किसानों को मिलेंगे ये प्रमुख लाभ
अभियान का उद्देश्य सिर्फ जानकारी देना ही नहीं, बल्कि किसानों को व्यावहारिक सहायता भी पहुंचाना है। Viksit Krishi Sankalp Abhiyan के तहत निम्नलिखित लाभ किसानों को मिलेंगे:
● वैज्ञानिक खेती की जानकारी:
किसानों को बताया जाएगा कि कैसे मृदा परीक्षण के आधार पर उपयुक्त फसल का चयन करें और उर्वरकों का संतुलित उपयोग करें।
● ड्रोन तकनीक का प्रदर्शन:
ड्रोन से कीटनाशक छिड़काव, मृदा मानचित्रण और बीज छिड़काव जैसी अत्याधुनिक तकनीकों को प्रदर्शित किया जाएगा।
● बीज वितरण एवं उन्नत किस्मों का प्रचार:
किसानों को प्रमाणित और उन्नत बीज सुलभ कराए जाएंगे, जिनसे अधिक उत्पादन और रोग प्रतिरोधक क्षमता संभव है।
● सरकारी योजनाओं की जानकारी:
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, कृषि बीमा योजना, जल संरक्षण योजना जैसी सरकारी योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाएगी।
● पशुपालन, कुक्कुट पालन और मत्स्य पालन की सलाह:
किसानों को वैकल्पिक आय के स्रोतों पर भी मार्गदर्शन दिया जाएगा।
राज्य भर में तय कार्यक्रम
राजस्थान की 15 से अधिक जिलों की ग्राम पंचायतों में यह अभियान चरणबद्ध तरीके से चलेगा। हर पंचायत में एक दिवसीय कृषि शिविर का आयोजन होगा, जहां स्थानीय कृषि अधिकारी, कृषि पर्यवेक्षक और वैज्ञानिक किसानों से सीधा संवाद करेंगे।
शिविर कार्यक्रम की झलक:
तिथि | पंचायत |
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29 मई | रलावता, गुदली, टुकड़ा |
30 मई | मरकेड़ा, मांगलियावास |
31 मई | पिचोलिया, सूरजपुरा |
1 जून | मायापुरा, डंग |
12 जून | डूंगरियाखुर्द, मझैवला |
किसानों की भागीदारी अनिवार्य
हर पंचायत में कम से कम 200 किसानों की भागीदारी अनिवार्य रूप से सुनिश्चित की गई है। इसके लिए पंचायत स्तर पर प्रचार-प्रसार, जनसंपर्क और मोबाइल प्रचार वैन का सहारा लिया जा रहा है। स्कूलों, पंचायत भवनों और सार्वजनिक स्थलों पर पोस्टर, बैनर और सूचना पट लगाए गए हैं।
डिजिटल और भौतिक माध्यमों का होगा प्रयोग
इस अभियान की खास बात यह है कि इसमें डिजिटल प्लेटफॉर्म और भौतिक शिविरों दोनों का संयोजन है। मोबाइल ऐप, वॉट्सऐप ग्रुप, कृषक चैनलों और यूट्यूब के माध्यम से किसानों को प्रशिक्षण सामग्री दी जाएगी। इसके साथ-साथ स्थानीय स्तर पर कृषि अधिकारियों द्वारा सीधी कार्यशालाएं भी आयोजित होंगी।
प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की विशेष निगरानी
Viksit Krishi Sankalp Abhiyan की निगरानी सीधे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय कृषि मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान और राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा द्वारा की जा रही है। हर जिले में एक नियंत्रण कक्ष (Control Room) स्थापित किया गया है, जो अभियान की प्रगति की निगरानी करेगा।
कृषि को आत्मनिर्भरता की ओर ले जाने का प्रयास
इस अभियान को भारत सरकार की ‘आत्मनिर्भर भारत’ योजना के तहत एक सशक्त पहल माना जा रहा है। इसका उद्देश्य सिर्फ वर्तमान समस्याओं का समाधान करना नहीं है, बल्कि कृषि को दीर्घकालिक रूप से आत्मनिर्भर और टिकाऊ बनाना है।
निष्कर्ष: बदलाव की ओर एक कदम
Viksit Krishi Sankalp Abhiyan न केवल किसानों को ज्ञान से सशक्त करेगा, बल्कि कृषि उत्पादन को बढ़ावा देकर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूत बनाएगा। सरकार की यह पहल दर्शाती है कि अब खेती सिर्फ परंपरा नहीं, बल्कि विज्ञान और तकनीक का संगम बनती जा रही है।
राजस्थान के गांवों से उठने वाली यह परिवर्तन की लहर आने वाले वर्षों में पूरे देश के किसानों के लिए एक नई दिशा तय कर सकती है।
यदि आप भी किसान हैं या ग्रामीण क्षेत्र से हैं, तो अपने नजदीकी पंचायत स्तर पर होने वाले Viksit Krishi Sankalp Abhiyan शिविर में ज़रूर भाग लें और अपने खेतों को नई तकनीक से सुसज्जित करें।