Self-Help Group Yojana: महिलाएं शुरू कर सकती हैं अपना काम, मिलेगा 1 लाख तक का लोन

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Self-Help Group Yojana

सरकार की Self-Help Group (SHG) Yojana के तहत अब महिलाएं आसानी से 1 लाख रुपये तक का लोन लेकर अपना खुद का कारोबार शुरू कर सकती हैं। इस योजना का मकसद ग्रामीण और शहरी महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना है, ताकि वे छोटे उद्यम शुरू कर सकें और अपने परिवार की आय बढ़ा सकें।

क्या है Self-Help Group (SHG) Yojana?

Self-Help Group Yojana एक सामूहिक बचत और ऋण मॉडल पर काम करती है, जिसमें 10-15 महिलाएं मिलकर एक समूह बनाती हैं। ये समूह नियमित रूप से छोटी-छोटी बचत करते हैं और फिर बैंकों से लोन लेकर अपना व्यवसाय शुरू करते हैं। इस योजना के तहत सरकार ब्याज सब्सिडी और कोलेटरल-फ्री लोन की सुविधा भी देती है।

SHG Yojana के मुख्य फायदे

1. 1 लाख रुपये तक का बिना गारंटी का लोन

इस योजना के तहत पंजीकृत महिला समूहों को बिना किसी गारंटी के 1 लाख रुपये तक का लोन मिलता है। अगर समूह का ट्रैक रिकॉर्ड अच्छा है, तो यह लिमिट 20 लाख रुपये तक भी बढ़ाई जा सकती है।

2. 7% तक की ब्याज सब्सिडी

सरकार महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए 7% की ब्याज सब्सिडी भी देती है। इसका मतलब है कि अगर बैंक का ब्याज दर 12% है, तो सरकार 7% सब्सिडी देगी और महिलाओं को सिर्फ 5% ब्याज देना होगा।

3. रिवॉल्विंग फंड सपोर्ट

नए SHG समूहों को शुरुआती कामकाज के लिए 10,000 से 30,000 रुपये तक की वित्तीय सहायता दी जाती है। इस फंड का इस्तेमाल समूह की गतिविधियों को बढ़ाने में किया जा सकता है।

4. ट्रेनिंग और स्किल डेवलपमेंट

सरकार समूह की महिलाओं को मुफ्त प्रशिक्षण भी देती है, ताकि वे अपने कारोबार को बेहतर तरीके से चला सकें। इसमें सिलाई, ब्यूटी पार्लर, डेयरी फार्मिंग, हस्तशिल्प जैसे क्षेत्रों में ट्रेनिंग शामिल है।

SHG Yojana के लिए आवेदन कैसे करें?

अगर आप या आपके क्षेत्र की कोई महिला समूह Self-Help Group Yojana का लाभ उठाना चाहती है, तो नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो करें:

1. समूह बनाएं

सबसे पहले 10-15 महिलाओं का एक समूह बनाएं। सभी सदस्यों के पास आधार कार्ड और बैंक खाता होना चाहिए।

2. पंजीकरण कराएं

अपने समूह का पंजीकरण ग्राम पंचायत या ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिस में कराएं।

3. बैंक में खाता खोलें

पंजीकरण के बाद किसी भी सरकारी बैंक या रेगुलर बैंक में समूह का जॉइंट अकाउंट खोलें।

4. लोन के लिए आवेदन करें

बैंक में SHG लोन स्कीम के तहत लोन एप्लीकेशन फॉर्म भरें और जरूरी दस्तावेज जमा करें।

5. लोन की स्वीकृति और उपयोग

बैंक द्वारा लोन मंजूर होने के बाद, समूह इस राशि का उपयोग अपने व्यवसाय को शुरू करने या बढ़ाने में कर सकता है।

सफलता की कहानियाँ: SHG से बदली जिंदगियाँ

उत्तराखंड की ‘नमकवाली’ SHG

उत्तराखंड के एक छोटे से गाँव की शशि बहुगुणा रतुरी ने SHG योजना की मदद से “नमकवाली” ब्रांड शुरू किया। आज उनका समूह 110 गाँवों की 500 से ज्यादा महिलाओं को रोजगार दे रहा है और हिमालयन नमक की सप्लाई पूरे देश में कर रहा है।

बिहार की मधु SHG

बिहार के मधुप्रिया जिले की एक SHG ने मधुमक्खी पालन का काम शुरू किया। आज यह समूह शहद का उत्पादन करके हर साल लाखों रुपये कमा रहा है।

अन्य संबंधित योजनाएँ

अगर आप Self-Help Group Yojana के अलावा अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ उठाना चाहती हैं, तो नीचे दी गई स्कीम्स पर भी नजर डालें:

  • मुद्रा योजना: 10 लाख रुपये तक का बिना गारंटी का लोन।
  • स्टैंड-अप इंडिया: SC/ST और महिलाओं के लिए 10 लाख से 1 करोड़ तक का ऋण।
  • प्रधानमंत्री रोजगार योजना: युवाओं और महिलाओं के लिए स्वरोजगार के अवसर।

निष्कर्ष

Self-Help Group Yojana महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इस योजना के जरिए लाखों महिलाएं अपना खुद का व्यवसाय शुरू कर चुकी हैं और आत्मनिर्भर बन रही हैं। अगर आप भी अपना काम शुरू करना चाहती हैं, तो इस योजना का लाभ जरूर उठाएं।

अधिक जानकारी के लिए ग्रामीण विकास मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट या अपने नजदीकी बैंक शाखा से संपर्क करें।


लेखक: [आपका नाम]
स्रोत: आधिकारिक सरकारी दस्तावेज, बैंक स्कीम्स, सफलता की कहानियाँSelf-Help Group Yojana: महिलाएं शुरू कर सकती हैं अपना काम, मिलेगा 1 लाख तक का लोन

नई दिल्ली: सरकार की Self-Help Group (SHG) Yojana के तहत अब महिलाएं आसानी से 1 लाख रुपये तक का लोन लेकर अपना खुद का कारोबार शुरू कर सकती हैं। इस योजना का मकसद ग्रामीण और शहरी महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना है, ताकि वे छोटे उद्यम शुरू कर सकें और अपने परिवार की आय बढ़ा सकें।

क्या है Self-Help Group (SHG) Yojana?

Self-Help Group Yojana एक सामूहिक बचत और ऋण मॉडल पर काम करती है, जिसमें 10-15 महिलाएं मिलकर एक समूह बनाती हैं। ये समूह नियमित रूप से छोटी-छोटी बचत करते हैं और फिर बैंकों से लोन लेकर अपना व्यवसाय शुरू करते हैं। इस योजना के तहत सरकार ब्याज सब्सिडी और कोलेटरल-फ्री लोन की सुविधा भी देती है।

SHG Yojana के मुख्य फायदे

1. 1 लाख रुपये तक का बिना गारंटी का लोन

इस योजना के तहत पंजीकृत महिला समूहों को बिना किसी गारंटी के 1 लाख रुपये तक का लोन मिलता है। अगर समूह का ट्रैक रिकॉर्ड अच्छा है, तो यह लिमिट 20 लाख रुपये तक भी बढ़ाई जा सकती है।

2. 7% तक की ब्याज सब्सिडी

सरकार महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए 7% की ब्याज सब्सिडी भी देती है। इसका मतलब है कि अगर बैंक का ब्याज दर 12% है, तो सरकार 7% सब्सिडी देगी और महिलाओं को सिर्फ 5% ब्याज देना होगा।

3. रिवॉल्विंग फंड सपोर्ट

नए SHG समूहों को शुरुआती कामकाज के लिए 10,000 से 30,000 रुपये तक की वित्तीय सहायता दी जाती है। इस फंड का इस्तेमाल समूह की गतिविधियों को बढ़ाने में किया जा सकता है।

4. ट्रेनिंग और स्किल डेवलपमेंट

सरकार समूह की महिलाओं को मुफ्त प्रशिक्षण भी देती है, ताकि वे अपने कारोबार को बेहतर तरीके से चला सकें। इसमें सिलाई, ब्यूटी पार्लर, डेयरी फार्मिंग, हस्तशिल्प जैसे क्षेत्रों में ट्रेनिंग शामिल है।

SHG Yojana के लिए आवेदन कैसे करें?

अगर आप या आपके क्षेत्र की कोई महिला समूह Self-Help Group Yojana का लाभ उठाना चाहती है, तो नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो करें:

1. समूह बनाएं

सबसे पहले 10-15 महिलाओं का एक समूह बनाएं। सभी सदस्यों के पास आधार कार्ड और बैंक खाता होना चाहिए।

2. पंजीकरण कराएं

अपने समूह का पंजीकरण ग्राम पंचायत या ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिस में कराएं।

3. बैंक में खाता खोलें

पंजीकरण के बाद किसी भी सरकारी बैंक या रेगुलर बैंक में समूह का जॉइंट अकाउंट खोलें।

4. लोन के लिए आवेदन करें

बैंक में SHG लोन स्कीम के तहत लोन एप्लीकेशन फॉर्म भरें और जरूरी दस्तावेज जमा करें।

5. लोन की स्वीकृति और उपयोग

बैंक द्वारा लोन मंजूर होने के बाद, समूह इस राशि का उपयोग अपने व्यवसाय को शुरू करने या बढ़ाने में कर सकता है।

सफलता की कहानियाँ: SHG से बदली जिंदगियाँ

उत्तराखंड की ‘नमकवाली’ SHG

उत्तराखंड के एक छोटे से गाँव की शशि बहुगुणा रतुरी ने SHG योजना की मदद से “नमकवाली” ब्रांड शुरू किया। आज उनका समूह 110 गाँवों की 500 से ज्यादा महिलाओं को रोजगार दे रहा है और हिमालयन नमक की सप्लाई पूरे देश में कर रहा है।

बिहार की मधु SHG

बिहार के मधुप्रिया जिले की एक SHG ने मधुमक्खी पालन का काम शुरू किया। आज यह समूह शहद का उत्पादन करके हर साल लाखों रुपये कमा रहा है।

अन्य संबंधित योजनाएँ

अगर आप Self-Help Group Yojana के अलावा अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ उठाना चाहती हैं, तो नीचे दी गई स्कीम्स पर भी नजर डालें:

  • मुद्रा योजना: 10 लाख रुपये तक का बिना गारंटी का लोन।
  • स्टैंड-अप इंडिया: SC/ST और महिलाओं के लिए 10 लाख से 1 करोड़ तक का ऋण।
  • प्रधानमंत्री रोजगार योजना: युवाओं और महिलाओं के लिए स्वरोजगार के अवसर।

निष्कर्ष

Self-Help Group Yojana महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इस योजना के जरिए लाखों महिलाएं अपना खुद का व्यवसाय शुरू कर चुकी हैं और आत्मनिर्भर बन रही हैं। अगर आप भी अपना काम शुरू करना चाहती हैं, तो इस योजना का लाभ जरूर उठाएं।

अधिक जानकारी के लिए ग्रामीण विकास मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट या अपने नजदीकी बैंक शाखा से संपर्क करें।

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