Anaj Bhandaran Yojana
भारत सरकार ने किसानों की भंडारण समस्याओं को हल करने और खाद्य सुरक्षा को मजबूत करने के लिए Anaj Bhandaran Yojana शुरू की है। इस योजना के तहत, देश के हर गांव में Gramin Anaj Godown (अनाज भंडारण केंद्र) बनाए जाएंगे, जिससे किसानों को उनकी उपज को सही तरीके से संरक्षित करने में मदद मिलेगी।
इस पहल का उद्देश्य अनाज की बर्बादी को रोकना, भंडारण क्षमता बढ़ाना और किसानों को उनकी फसल का सही मूल्य दिलवाना है। सरकार इस योजना को प्राथमिक कृषि ऋण समितियों (PACS) के माध्यम से लागू कर रही है।
योजना का मुख्य उद्देश्य
- भंडारण क्षमता बढ़ाना – गांवों में Kisan Storage Scheme के तहत छोटे व बड़े गोदाम बनाए जाएंगे।
- खाद्यान्न की बर्बादी रोकना – सही भंडारण सुविधाओं से अनाज लंबे समय तक सुरक्षित रहेगा।
- किसानों को सही दाम दिलाना – किसान अपनी उपज को बाजार में सही कीमत मिलने तक सुरक्षित रख सकेंगे।
- विकेन्द्रीकृत भंडारण प्रणाली – हर गांव में गोदाम बनने से अनाज संग्रहण और वितरण बेहतर होगा।
- PACS को मजबूत बनाना – PACS को न केवल गोदाम के रूप में बल्कि उचित मूल्य की दुकान (FPS) और खरीद केंद्र के रूप में भी विकसित किया जाएगा।
कहां और कितने गोदाम बनाए जा रहे हैं?
सरकार ने 500 से अधिक PACS गोदामों के लिए आधारशिला रख दी है, और कुल 575 PACS की पहचान की गई है। अभी तक 11 राज्यों में 11 PACS के गोदामों का निर्माण पूरा हो चुका है।
राज्य | गोदामों की संख्या | कुल क्षमता (मीट्रिक टन) |
---|---|---|
महाराष्ट्र | 1 (सबसे बड़ा) | 3,000 MT |
राजस्थान | 1 | 250 MT |
त्रिपुरा | 1 | 250 MT |
अन्य राज्य | 8 | 6,250 MT |
कुल | 11 | 9,750 MT |
इसके अलावा, कर्नाटक में 128 PACS गोदाम बनाए जा चुके हैं और 218 PACS का लक्ष्य है।
PACS Warehouse कैसे काम करेगा?
- हर गांव में बनने वाले Gramin Anaj Godown किसानों को अपनी उपज उचित दर पर भंडारण की सुविधा देंगे।
- इन गोदामों में अनाज की गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा।
- PACS के जरिए कस्टम हायरिंग सेंटर और खाद्य प्रसंस्करण इकाइयां भी बनाई जाएंगी।
- छोटे किसानों को सरकार की ओर से सब्सिडी और ऋण भी दिया जाएगा ताकि वे इन सुविधाओं का अधिक लाभ उठा सकें।
योजना से किसानों को क्या फायदा होगा?
- बिचौलियों पर निर्भरता कम होगी – किसान अपनी फसल सीधे भंडारण कर सकेंगे और उचित मूल्य मिलने पर ही बेच सकेंगे।
- फसल खराब होने की समस्या कम होगी – सही भंडारण के अभाव में हर साल लाखों टन अनाज खराब हो जाता है, इस योजना से यह समस्या दूर होगी।
- कम लागत में बेहतर सुविधा मिलेगी – सरकार कृषि अवसंरचना कोष (AIF), कृषि विपणन अवसंरचना योजना (AMI), और प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यम योजना (PMFME) जैसी योजनाओं के जरिए मदद कर रही है।
- PACS को बहुउद्देश्यीय केंद्र बनाया जाएगा – गोदाम के साथ-साथ PACS को खाद्य प्रसंस्करण और उचित मूल्य दुकान के रूप में भी विकसित किया जाएगा।
भविष्य की योजना
- सरकार अगले कुछ वर्षों में 2 लाख बहुउद्देश्यीय PACS, डेयरी और मत्स्य सहकारी समितियों की स्थापना करने की योजना बना रही है।
- किसानों को PACS के माध्यम से अनुदान और ऋण उपलब्ध कराए जाएंगे।
- छोटे और सीमांत किसानों को इस योजना का विशेष लाभ मिलेगा, जिससे वे अपनी उपज को लंबे समय तक सुरक्षित रख सकेंगे।
कैसे करें आवेदन?
Anaj Bhandaran Yojana के तहत गोदामों की सुविधाओं का लाभ लेने के लिए किसान अपने नजदीकी PACS केंद्र या कृषि विभाग कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा, राज्य सरकारें ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से भी आवेदन प्रक्रिया शुरू कर सकती हैं।
निष्कर्ष
Kisan Storage Scheme किसानों के लिए एक बड़ी राहत लेकर आई है। इस योजना से न केवल किसानों को अनाज भंडारण की सुविधा मिलेगी, बल्कि खाद्य सुरक्षा भी मजबूत होगी। PACS के माध्यम से विकेन्द्रीकृत भंडारण प्रणाली लागू होने से किसानों को अपनी फसल को उचित दाम पर बेचने का मौका मिलेगा, जिससे उनकी आय में वृद्धि होगी।
Anaj Bhandaran Yojana भारतीय कृषि क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो किसानों के लिए आर्थिक रूप से फायदेमंद साबित होगी। यदि यह योजना सही ढंग से लागू होती है, तो आने वाले वर्षों में भारत में खाद्यान्न भंडारण की स्थिति में बड़ा सुधार देखा जा सकता है।